छैलिया पिया, मैला जिया
फ़ितरत बुरी है तेरी
गीले बदन को छील दे
नज़रें छुरी है तेरी
भीगी-भीगी साड़ी में तेरी जवानी जैसे
शोले से लिपटा पानी, हाए
छिड़का जो मुझपर ज़ुल्फ़ों से पानी तूने
अरमान हुए तूफ़ानी, ओह
भीगी-भीगी साड़ी में तेरी जवानी जैसे
शोले से लिपटा पानी
हाए, राम, हाए, राम, हाए, राम, ओ-हो
हाए, राम, हाए, राम, हाए
हाए, राम, हाए, राम, हाए, राम, ओ-हो
हाए, राम, हाए, राम, हाए
तेरे छूटे ही साजन बूंदें ये सावन की
शराब हुई हैं
तेरे नज़दीक आके मेरी भी थोड़ी
नियत ख़राब हुई है
आँचल मेरा यूँ खींचना
हर्कत गिरी है तेरी
ये हरकतें करवा रही
जादूगरी है तेरी
भीगी-भीगी साड़ी में मेरी जवानी जैसे
शोले से लिपटा पानी, हाए
रहकर बाहों में नज़रें चुराना ऐसे
आँख मिला, मेरी रानी
हाए, राम, हाए, राम, हाए, राम, ओ-हो
हाए, राम, हाए, राम, हाए
हाए, राम, हाए, राम, हाए, राम, ओ-हो
हाए, राम, हाए, राम, हाए
रारा रारा रारा रारा रारा रारा
रारा रारा रारारा, रा
नाना नाना नाना, नानाना, नाना, नाना
नानाना, नाना नाना, ना