निगाहें बिछी इंतज़ार है आज
वफ़ा ही वफ़ा है हदें नज़र तक
गिरहा खोल दे गले से लगा ल
आशियाँ लूट न जाए मेरा सहर तक
मेरी जान-ए-जान एहसान मान
जो नज़र के तीर छोड
ये है इश्क़ बाण
दिल में तूफ़ान तेरे मचा दिय
मेरी जान-ए-जान एहसान मान
जो नज़र के तीर छोड
ये है इश्क़ बाण
दिल में तूफ़ान तेरे मचा दिय
अभी देखना है जलवे कमाल
जो है देखे वो है थोड
अभी रात बाक़ी सौगात बाक
दिल थाम ले पिय
हुए हम शराना जान
उफ़्फ़ ये क्या है कह दिय
हाँ लिख के खाए कसम
एलान कर दिय
फूल गेंदवा दिखाऊ
गुलकंद क्या चखाऊ
सूरजमुखी से कय
गुलाब रस पिलाऊ
मेरी जान-ए-जान एहसान मान
जो नज़र के तीर छोड
ये है इश्क़ बाण
दिल में तूफ़ान तेरे मचा दिय
अभी देखना है जलवे कमाल
जो है देखे वो है थोड
अभी रात बाक़ी सौगात बाक
दिल थाम ले पिय
हाल बेहाल करेग
जब तुझको कह दिय
नाम जहनुमान में लिखवा ले मिय
कोई है मज़ल करत
तेरा ख़याल करत
पथर से तोड़े ईंट आ
ये वो धमाल करत
मेरी जान-ए-जान एहसान मान
जो नज़र के तीर छोड
ये है इश्क़ बाण
दिल में तूफ़ान तेरे मचा दिय
मेरी जान-ए-जान तेरी क्या बिसात
न कोशिश वो है तू ओढ
न है बातचीत
न है तुझमें खींच
तुझमें न वो मज
तुझमें न वो मज